पिछले दिनों कर्नाटक राज्य की राजधानी बैंगलुरू जाना हुआ।उस यात्रा के रोमांचक अनुभव मैंने अपनी पिछली पोस्ट में आपके साथ साझा भी किए थे।यात्रा के कई वीडियोज मैंने अपने यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किए हैं जिनका लिंक इस पोस्ट के अंत में दिया गया है।आप उन्हें भी देख सकते हैं। उस यात्रा के दौरान हुआ एक और अनुभव आपके साथ साझा कर रहा हूं।
आजकल उत्तर भारत में गर्मी अपने चरम पर है।इस गर्मी में नारियल पानी का सेवन जो ठंडक और तरावट देता है उसे कौन नहीं महसूस करता होगा।आप भी आजकल अपने नगर में सड़कों के किनारे हरे नारियल बेचने वालों को ज़रूर देखते होंगे।पसीना पोंछते हुए रुककर नारियल पानी पीते भी होंगे।
हम बैंगलुरु में लालबाग बोटेनिकल गार्डन देखने गए तो दोपहर का समय होने के कारण काफ़ी गर्मी थी।गार्डन में घूमते हुए जब हम थक गए तो विशाल गार्डन के गेट पर आकर नारियल पानी पीकर अपनी प्यास बुझाने लगे।
बैंगलुरु में आप कहीं भी ये हरे नारियल ले लीजिए आपको चालीस रुपए के फिक्स रेट पर ही मिलेगा जो अच्छी बात है वरना हमारे यहां तो अलग-अलग जगहों पर खड़े नारियल वाले अलग-अलग रेट बताते हैं। नारियल खरीदते समय बहुत मोल-भाव करना पड़ता है।वहां चालीस रुपए में वे लोग बिलकुल ताज़ा/हरा और बड़ा नारियल आपको देते हैं जिसमें भरपूर पानी होता है।हमें नारियल पानी पीकर बहुत तरावट का अनुभव हुआ।
मैंने अपने यहां रामपुर-उत्तर प्रदेश में ऐसे नारियल बेचने वालों से पूछा तो उन्होंने यही बताया कि वे लोग भी बैंगलुरू से ही नारियल मंगवाते हैं।आने में तीन से चार दिन का समय लगता है।वे लोग यहां आजकल गर्मी का सीजन पीक पर होने के कारण मांग बढ़ने पर नारियल साठ रुपए का बेच रहे हैं बाकी दिनों में पचास रुपए का बेचते हैं।चूंकि यहां तक गाड़ी में नारियल आने में कई दिन लगते हैं इसलिए उनकी ताज़गी और क्वालिटी तो थोड़ी-बहुत प्रभावित हो ही जाती है परंतु फिर भी नारियल पानी का स्वाद अच्छा बना रहता है।
हमें नारियल पानी का सेवन अवश्य करना चाहिए।
रोज़ाना नारियल पानी का सेवन करने से शरीर में रक्त संचार बढ़ता है। इसे पीने से UTI और प्रोस्टेट की समस्याओं का खतरा भी कम होता है।नारियल पानी में पोटेशियम और मैग्नीशियम सहित कई पोषक तत्व होते है जो मसल्स क्षय को रोकने में मदद करते हैं।
---- ओंकार सिंह विवेक