भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार एवं संवर्धन में लगी संस्था 'हिंदुस्तानी भाषा अकादमी' दिल्ली द्वारा अपनी दोहा-पुस्तक 'नावक के तीर' हेतु देश भर के साहित्यकारों से दोहे आमंत्रित किए गए थे।सहभागिता करते हुए लगभग 250 दोहाकारों द्वारा अपने दोहे अकादमी को भेजे गए जिनमें से 51 श्रेष्ठ दोहाकारों का चयन किया गया।पारदर्शी प्रक्रिया द्वारा श्रेष्ठ दोहों का चयन ख्यातिलब्ध साहित्यकारों डॉक्टर लक्ष्मी शंकर बाजपेई तथा देवेन्द्र माँझी द्वारा किया गया। यह मेरे लिए गौरव की बात है कि मेरे भी कुछ दोहे संकलन हेतु चयनित किए गए।
इसी क्रम में अकादमी द्वारा भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय के अधीन संचालित दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी,श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग दिल्ली के गीतांजली सभागार में भव्य 'पुस्तक लोकार्पण व सम्मान समारोह' आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर लक्ष्मी शंकर बाजपेई ने की तथा मुख्य अतिथि वरिष्ठ ग़ज़लकार श्री देवेन्द्र माँझी जी रहे।कार्यक्रम के विशेष अतिथि लेखक, संपादक व प्रकाशक डॉ. संजीव कुमार जी रहे। उल्लेखनीय है कि 'नावक के तीर' (साझा दोहा संग्रह) का प्रकाशन डॉ. संजीव कुमार के प्रकाशन संस्थान 'इंडिया नेटबुक' द्वारा किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ किया गया।बहुत ही सशक्त तथा सधी हुई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभा हॉल में उपस्थित सभी अतिथियों को बार-बार तालियाँ बजाने के लिए विवश किया।
डॉक्टर लक्ष्मी शंकर बाजपेई जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विस्तार से बताया कि उन्होंने तथा श्री देवेन्द्र माँझी जी ने किन मानकों के आधार पर एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत दोहों का चयन किया।उन्होंने दोहाकारों के दोहों की प्रशंसा करते हुए उन्हें काव्य सृजन में समसामयिक विषयों को समाहित करते हुए थोड़ी विविधता लाने पर भी बल दिया।हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी दिल्ली के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक जी ने अकादमी की स्थापना का उद्देश्य बताते हुए विस्तार से उसके क्रिया कलापों पर प्रकाश डाला।उन्होंने बताया कि अब तक अकादमी तीन विधाओं गीत, ग़ज़ल तथा दोहा पर काम करके प्रतिभाशाली साहित्यकारों को सम्मानित कर चुकी है तथा भविष्य में अन्य विधाओं के लिए यह काम जारी रहेगा।
इस बार युवा कवि राहुल शिवाय को उनकी दोहा सृजन में विलक्षण प्रतिभा को देखते हुए अकादमी ने विशिष्ट सम्मान प्रदान किया।
नीचे👇 के चित्र में अकादमी अध्यक्ष सुधाकर पाठक जी अपनी टीम के साथ निर्णायक मंडल के सदस्यों डॉक्टर लक्ष्मी शंकर बाजपेई जी तथा वरिष्ठ ग़ज़लकार श्री देवेन्द्र माँझी को सम्मानित करते हुए :
अन्य दोहाकारों के साथ मुझे भी अकादमी द्वारा अपने दोहों के लिए सम्मान प्रदान किया गया जिसके लिए मैं अकादमी का दिल की गहराईयों से आभार प्रकट करता हूँ।
कार्यक्रम में देश भर से पधारे चयनित दोहाकारों ने अपने प्रतिनिधि दोहों का पाठ करके सबको आनंदित किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन संस्था समन्वयक/सचिव विनोद पाराशर जी द्वारा किया गया तथा उनका सहयोग संस्था के समर्पित साथी राजकुमार श्रेष्ठ जी द्वारा अपनी चिर परिचित मुस्कुराहट के साथ किया गया।
इस अवसर पर अकादमी की केंद्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारी विजय कुमार शर्मा, डॉ. वनीता शर्मा, राजकुमार श्रेष्ठ, विनीत पांडे, सुश्री प्रकाश कंवर के साथ ही दिल्ली नगर निगम शिक्षक प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में सुश्री यति शर्मा, भारत भूषण शर्मा, किशोर श्रीवास्तव, सुश्री शालिनी श्रीवास्तव, सुश्री चंद्रकांता सिवाय, डॉ. कविता मल्होत्रा, राजेश श्रीवास्तव, सुश्री ऊषा श्रीवास्तव, सुश्री पूजा श्रीवास्तव, सुश्री दीपा गुप्ता, अमित गुप्ता, सान्निध्य गुप्ता, राजवृत आर्य, सुशी दीपा शर्मा, सुश्री उमंग सरीन, सुश्री फातिमा किरमानी, विवेक मिश्र आदि को भी अकादमी की ओर से सम्मानित किया गया।
संकलन एवं प्रस्तुति :
ओंकार सिंह विवेक
साहित्यकार/समीक्षक/कॉन्टेंट राइटर/टैक्स ब्लॉगर
हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी दिल्ली काव्य प्रतिभा सम्मान समारोह 🌹🌹👈