October 1, 2024

जय अपनी हिन्दी, जय प्यारी हिन्दी

सादर प्रणाम मित्रो 🌹🌹🙏🙏
हाल ही में भारत विकास परिषद मुख्य शाखा रामपुर की सितंबर माह की पारिवारिक बैठक चंपा कुंवरि न्यास धर्मशाला रामपुर (उत्तर प्रदेश) में संपन्न हुई। परिषद की गतिविधियों के बारे में पहले भी मैं अपने ब्लॉग पर कई पोस्ट्स लिख चुका हूं। परिषद के सभी कार्यक्रम बहुत ही उल्लासपूर्ण वातावरण में अनुशासन के साथ संपन्न होते हैं।
इस बार बैठक के एजेंडे में अन्य बिंदुओं के साथ हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत राजभाषा हिन्दी को लेकर भी परिचर्चा का एक बिंदु रखा गया था।
परिषद के अध्यक्ष श्री रविन्द्र कुमार गुप्ता द्वारा इस अवसर पर मुझे भी हिन्दी भाषा के बारे में अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान किया गया। राजभाषा हिन्दी की दशा और दिशा पर विचार रखते हुए मैंने अपना यह मुक्तक भी कार्यक्रम में प्रस्तुत किया :
     ©️ 
हमारे  देश के  इतिहास  की  पहचान  है  हिन्दी,
नहीं  है  झूठ कुछ  इसमें  हमारी शान  है हिन्दी।
विदेशी  लोग भी  अब गर्व से  यह  बात कहते हैं,
भला हम क्यों नहीं सीखें बहुत आसान है हिन्दी।
                            ©️ ओंकार सिंह विवेक 

अवसर के कुछ छाया चित्र संलग्न हैं 


      (प्रस्तुति : ओंकार सिंह विवेक) 



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