February 9, 2023

अविस्मरणीय पल

प्रणाम मित्रो 🌹🌹🙏🙏

भारतीय धरोहर संस्था भारत के परंपरागत ज्ञान और वैज्ञानिक ज्ञान आदि पर नवीन शोध तथा संरक्षण को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।जिन शोधों और अनुसंधानों का श्रेय लेने की होड़ आज यूरोपीय देशों और अमरीका आदि में लगी हुई है वे भारत भूमि पर प्राचीन काल में ही होते रहे हैं।भारतीय धरोहर संस्था भारतवर्ष की उसी गौरवशाली धरोहर को लोगों के सामने लाने का प्रशंसनीय कार्य कर रही है।इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संस्थान विद्वानों एवं वैद्यों के सान्निध्य में ‘भारतीय धरोहर' पत्रिका का प्रकाशन भी करता है।
सोमवार दिनांक 6 फरवरी,2023 को सपत्नीक भारतीय धरोहर के प्रकृति परीक्षण केंद्र, सेक्टर 34 नोएडा जाना हुआ।केंद्र पर प्रतिदिन योग्य वैद्यों द्वारा साध्य और असाध्य रोगों की आयुर्वेद द्वारा चिकित्सा और परामर्श की उत्तम व्यवस्था है। हमने भी यहां कुछ चिकित्सीय परामर्श किया। यहां प्रतिदिन "पंचकर्म" (आयुर्वेद में बताई गई शरीर शोधन की क्रियायें) आदि की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।केंद्र में कार्यरत श्री प्रवीण शर्मा जी से वर्ष 1980 के आसपास (जब वह रामपुर में अध्ययनरत थे) से मित्रता रही है।काफ़ी दिन बात उनसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। प्रवीन जी ने केंद्र में कार्यरत स्टाफ से बहुत गर्मजोशी के साथ हमारा परिचय कराया। सभी के आत्मीयता पूर्ण व्यवहार ने बहुत प्रभावित किया।प्रवीन जी और उनके सहकर्मियों से पुराने दिनों को याद करके बहुत देर तक बातें होती रहीं। 

इस अवसर पर सम्पादक-भारतीय धरोहर एवं हिन्दू विश्व पत्रिका श्री विजय शंकर तिवारी जी तथा श्री प्रवीण शर्मा जी को मैंने अपने प्रथम ग़ज़ल संग्रह "दर्द का एहसास" की प्रतियां भी भेंट कीं।
अवसर पर लिए गए छाया चित्र साथ संलग्न हैं 



-------ओंकार सिंह विवेक 
साहित्यकार/समीक्षक/कॉन्टेंट राइटर तथा ब्लॉगर 

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