October 23, 2022

🪔🪔 शुभ दीपावली 🪔🪔 शुभ दीपावली 🪔🪔

मित्रो शुभ दीपावली 🙏🙏🪔🪔🪔🪔

घर आंगन, कार्यालय प्रतिष्ठान और दिलों को रौशन करने वाले प्रिय पर्व दीपावली की आप सब को सपरिवार बहुत बहुत शुभकामनाएं।

मित्रो वैसे तो हम सब दीपावली के पावन त्योहार के उद्धव और विकास के बारे में जानते ही हैं। परंतु फिर भी इस समय कुछ बातों का पुन: चर्चा करना प्रासंगिक होगा। शारदीय नवरात्र और विजयदशमी के त्योहारों के आगमन के साथ ही दीपोत्सव की तैयारियां बड़े ज़ोर-शोर से शुरु हो जाती हैं। हम सब जानते हैं कि भगवान श्री राम द्वारा रावण का वध करने पर असत्य पर सत्य की जीत के रूप में विजयदशमी/दशहरा त्योहार मनाया जाता है।इसके ठीक इक्कीस दिन बाद दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। दशहरे के ठीक इक्कीस दिन बाद ही दीवाली का त्योहार क्यों मनाया जाता है इसके पीछे भी एक कारण है।रावण का वध करके श्री लंका का राज्य विभीषण को सौंपकर अयोध्या लौटकर आने में भगवान श्री राम को  इक्कीस दिन का समय लगा था। इक्कीस दिन का सफ़र करके उनके अयोध्या पहुँचने पर अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था।इसलिए दशहरे के इक्कीस दिन बाद दीपावली का त्योहार मनाया जाता है।दीपावली का शाब्दिक अर्थ है दीप (दीपक) +आवली (पंक्ति) अर्थात दीपों की पंक्ति।
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दीपावली के अवसर पर मुझे घर की छत से अपनी कॉलोनी का को जगमगाता मंज़र नज़र आया उसे आप लोगों के साथ साझा करने का लोभ संवरण नहीं कर पा रहा हूं-
इस अवसर पर हम यही कामना करते हैं कि देश और दुनिया में शांति स्थापित हो और लोग अपने-अपने घर आंगन में रौशनी करने के साथ दिलों को भी रौशन करें तथा परस्पर प्रेम और सौहार्द से रहें।

लीजिए प्रस्तुत है अवसर के अनुकूल मेरी एक ताज़ा ग़ज़ल 

🪔शुभ दीपावली🪔

ग़ज़ल ----- ओंकार सिंह विवेक
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तम को नफ़रत के मिटाओ कि अब दिवाली है,
प्यार  के  दीप  जलाओ  कि  अब  दिवाली है।

सख़्त राहों  के  सफ़र  से  हैं  जो  भी घबराते,
हौसला  उनका  बढ़ाओ  कि अब  दिवाली है।

वक़्त  गुज़रा  तो  कभी   लौटकर  न  आएगा,
वक़्त को  यूँ  न गँवाओ  कि  अब  दिवाली है।

पेड़-पौधे    ही    तो    पर्यावरण    बचाते   हैं,
इनको हर ओर  लगाओ कि  अब  दिवाली है।

आपसी   मेल-मुहब्बत   का, भाई   चारे  का,
सबमें  एहसास जगाओ  कि  अब दिवाली है।

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                           ---- ओंकार सिंह विवेक 
               (सर्वाधिकार सुरक्षित) 

8 comments:

  1. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२४-१० -२०२२ ) को 'दीपावली-पंच पर्वों की शुभकामनाएँ'(चर्चा अंक-४५९०) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

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    1. आभार आदरणीया 🙏🙏 ज़रूर रहूंगा।

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  2. बहुत सुन्दर

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  3. दिवाली पर सुंदर संदेश !

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  4. स्नेह और भाईचारे के भावों से सज्जित उम्दा सृजन।
    पंच पर्वों की हार्दिक शुभकामनाएं 🌷

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    Replies
    1. अतिशय आभार,आपको भी पर्व की अशेष शुभकामनाएं।

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