भारत को जानो
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भारत विकास परिषद एक सेवा एवं संस्कार-उन्मुख अराजनैतिक, सामाजिक-सांस्कृतिक स्वयंसेवी संस्था है जो स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शो को अपनाते हुए मानव-जीवन के सभी क्षेत्रों (संस्कृति, समाज, शिक्षा, नीति, अध्यात्म, राष्ट्रप्रेम आदि) में भारत के सर्वांगीण विकास के लिये समर्पित है। इसका लक्ष्यवाक्य है - "स्वस्थ, समर्थ, संस्कृत भारत"
भारत विकास परिषद द्वारा आज 6 सितंबर, 2022 को देश भर के विभिन्न विद्यालयों में "भारत को जानो" प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। इसी क्रम में परिषद की मुख्य शाखा रामपुर -उ०प्र० द्वारा भी परिषद के अध्यक्ष श्री रविंद्र कुमार गुप्ता जी के कुशल निर्देशन में प्रात: ९.३०बजे से जनपद के विभिन्न विद्यालयों में जूनियर और सीनियर वर्ग की भारत को जानो प्रतियोगिता का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न कराया गया। छात्रों ने इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया गया।प्रतियोगिता में कुल ४५ प्रश्न पूछे गए।प्रश्न संख्या १से ४० तक बहुविकल्पीय प्रश्न थे जिनमें से सही उत्तर पर टिक मार्क अंकित करना था।प्रश्न संख्या ४१ से ४५ तक का छात्रों को सूक्ष्म उत्तर लिखना था। प्रतियोगिता कुल 50 अंक की थी।दोनों वर्गों से प्रत्येक विद्यालय से दो-दो सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों का चयन करके उन्हें अंतर्विद्यालय स्तर पर प्रश्नमंच प्रतियोगिता में सहभागिता का अवसर प्रदान किया जाएगा।इसके पश्चात प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार जनपद स्तर पर चुने गए सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों को प्रांत और क्षेत्रीय स्तर तथा फिर उसके आगे भी सहभागिता का अवसर मिलेगा तथा प्रोत्साहन पुरस्कार भी परिषद द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
इस दौरान जैन इंटर कॉलेज रामपुर में आयोजित कराई गई प्रतियोगिता में सहयोग करने का मुझे भी अवसर प्राप्त हुआ।अवसर के कुछ छाया चित्र यहां अवलोकनार्थ साझा किए जा रहे हैं :
जैन इंटर कालेज में प्रतियोगिता के आयोजन में प्रधानाचार्य श्री हरीश डुडेजा जी का प्रबंधन सहयोग बहुत सराहनीय रहा। कॉलेज के अध्यापक गण डॉक्टर गौरव वार्ष्णेय जी, श्री प्रदीप राजपूत जी और श्री सक्सैना जी ने बहुत ही कुशलता पूर्वक प्रतियोगिता को संपन्न कराने में अपना महत्पूर्ण योगदान दिया।इसके लिए मैं इन सभी सम्मानित गुरुजनों का ह्रदय से आभार प्रकट करता हूं।
डॉक्टर गौरव वार्ष्णेय जी परिषद के प्रांतीय महासचिव भी हैं और बहुत व्यवहारिक और मिलनसार व्यक्ति हैं। उन्होंने अपने विस्तृत प्रांतीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए भी हमें स्थानीय स्तर पर अपेक्षा से अधिक सहयोग प्रदान किया इसके लिए उन्हें पुन: धन्यवाद।भाई प्रदीप राजपूत साहब का भी दिल की गहराइयों से धन्यवाद जिन्होंने बहुत ही सादगी, शालीनता और शिद्दत के साथ हर आवश्यक सूचना उपलब्ध कराकर हमारा काम आसान किया। भाई प्रदीप राजपूत जी एक उम्दा शायर भी हैं जो माहिर तखल्लुस से अदब की दुनिया में अपनी ख़ास पहचान बनाए हुए हैं।कॉलेज के भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता श्री सक्सैना साहब का भी बेहद शुक्रिया कि उन्होंने अपना अमूल्य समय देकर इस आयोजन को संपन्न कराने में सहयोग किया।
भविष्य में ऐसे आयोजनों की महती आवश्यकता है क्योंकि इससे नई पीढ़ी को अपने देश के इतिहास और संस्कृति को जानने तथा भारतीय संस्कारों को आत्मसात करने में मदद मिलेगी।
अंत में अपनी ग़ज़ल के एक शेर के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं :
आओ सबका दर्द बांटें, सबसे रिश्ता जोड़ लें,
इस तरह इंसानियत का हक़ अदा हो जाएगा।
---ओंकार सिंह विवेक
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
उम्दा आदरणीय!💐💐💐
ReplyDeleteआपकी सहृदयता को नमन!💐💐
माननीय ओकार जी आपका एंव सभी सहयोगियों का दिल से आभार एंव धन्यवाद ।रवीन्द्र गुप्ता-अध्यक्ष।
ReplyDelete🌹🌹🙏🙏
Deleteभारत विकास परिषद के सभी पदाधिकारियों को साधुवाद ।
ReplyDeleteअतिशय आभार आपका 🙏🙏
Deleteआपको,समस्त सम्मानित दायित्वधारीगणों एंव सदस्यों तथा इस प्रकल्प के प्रभारी ,सहप्रभारी को बहुत-बहुत आभार एंव धन्यवाद। भविष्य में भी इसी प्रकार सभी का सहयोग प्राप्त होता रहेगा।रवीन्द्र गुप्ता-अध्यक्ष।
ReplyDelete🙏🙏🌹🌹
Delete"स्वस्थ, समर्थ, संस्कृत भारत" के लिए किये जाने वाले सभी प्रयासों के लिए परिषद के सभी सदस्यों को साधुवाद !
ReplyDeleteआभार आदरणीया।
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