आज हिंदी दिवस है । सभी को इस अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।हिंदी को लेकर आज बड़े- बड़े व्याख्यान और साहित्यिक आयोजन होंगे किन्तु एक-दो दिन बाद फिर वही सन्नाटा हो जाएगा। सब अंग्रेजी में लिखने और बात करने पर गर्व करने लगेंगे जो दुर्भाग्यपूर्ण है।विश्व की कोई भी भाषा सीखना बुरी बात नहीं है परंतु अपनी राज भाषा/राष्ट्र भाषा या मातृ भाषा की अनदेखी करके ऐसा करना बिल्कुल उचित नहीं होगा।हिंदी का ह्रदय बहुत विशाल है इसने अंग्रेज़ी,उर्दू, फ़ारसी और भी न जाने कितनी विदेशी भाषाओं के शब्दों को बड़े प्रेम से आत्मसात कर लिया है। पिछले कई सालों में परिस्थितियां बहुत बदली हैं।हिंदी अंतरराष्ट्रीय स्तरपर अपना लोहा मनवा रही है।हमारे देश के प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य नेता आज अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हिंदी में अपनी बात रखते हैं और लोग ध्यान से सुनते तथा प्रोत्साहन देते हैं।आज चीन और जापान जैसे देश अपनी मातृ भाषा के महत्व को जिस प्रकार समझकर आगे बढ़ रहे हैं हमें भी इसी का अनुसरण करने की आवश्यकता है।
मुक्तक : हिंदी
*********
--ओंकार सिंह विवेक
हमारे देश के इतिहास की पहचान है हिंदी,
नहीं है झूठ कुछ इसमें,हमारी शान है हिंदी।
विदेशी लोग भी अब गर्व से यह बात कहते हैं,
इसे हम क्यों नहीं सीखें, बहुत आसान है हिंदी।
---ओंकार सिंह विवेक
🌹
सब सीखें समझें इसको सबसे इसको सम्मान मिले,
चार दिशाओं में सुनने को हिंदी मंगल गान मिले।
आओ हम सब हिंदी भाषी मिलकर ऐसा काम करें,
हिंदी हो जन-जन की भाषा इसको नव पहचान मिले।
🌹
आज दो दोहे हिंदी भाषा को लेकर कुछ यों भी हुए
-----------------------------------
---ओंकार सिंह विवेक
अँगरेज़ी ने आज सब ,बदल दिया परिवेश,
कहाँ रह गया हिंद अब, हिंदी वाला देश।
सब भाषाएँ सीखिए, लेकिन रखिए ध्यान,
किसी दशा में हो नहीं,हिंदी का अपमान।
---ओंकार सिंह विवेक
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
ओंकार सिंह विवेक
हिंदी दिवस पर शुभकामनाएँ
ReplyDeleteआदरणीया आपको भी बधाई!!!!
Delete