June 19, 2022

Father's Day

आज बिना किसी भूमिका के पिता श्री को समर्पित एक मुक्तक आप सब के साथ साझा कर रहा हूं।मुझे इस बात का गर्व है की  पिता जैसे घने दरख़्त का साया मुझे मयस्सर है। मैं पिता जी के दीर्घायु होने की कामना करता हूं ताकि मुझे यों ही उनका आशीष प्राप्त होता रहे।
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आज पितृ दिवस पर
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🌷मुक्तक🌷                        

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  मेरी  नींदों  की ख़ातिर ख़ुद जागा करते हैं,
  
 सहकर धूप  हमेशा मुझ पर साया करते हैं।
  
 करते  रहते  हैं  हर पल  मेरे दुख की चिंता,
  
पापा अपना कोई  दुख कब साझा करते हैं।
  
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              ओंकार सिंह विवेक
    सर्वाधिकार सुरक्षित 

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