April 3, 2022

संतुष्टि का भाव

प्रणाम मित्रो🙏🙏

जीवन में संतुष्टि के भाव का अपना महत्व होता है।हम अपनी छोटी-छोटी उपलब्धियों पर संतुष्टि महसूस करते हैं तो इससे कुछ और बड़ा करने के लिए हमारे भीतर जज़्बा और जुनून पैदा होता है।अपनी उपलब्धि या प्रयास से असन्तुष्ट रहना और दूसरों की उपलब्धियों को  देखकर जलन या हसद का भाव रखना हमारी ही शक्ति को क्षीण करता है।
अतः ज़रूरी है कि हम जीवन में प्रगति करने के लिए सदैव सकारात्मक बने रहकर निरंतर सार्थक प्रयास करते रहें और अपनी छोटी-छोटी उपलब्धियों का उत्सव मनाते रहें जिससे कुछ बड़ा करने की इच्छा मन के सागर में हिलोरें मारती रहे।

इसी भाव को लेकर ग़ज़ल का मतला हुआ और फिर जीवन और सामाजिक सरोकारों के भिन्न-भिन्न रंग लिए हुए कुछ और अशआर भी ग़ज़ल में हो गए जो आप हज़रात की ख़िदमत में पेश हैं---

शिकायत  कुछ  नहीं  है  ज़िंदगी  से
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ग़ज़ल---ओंकार सिंह विवेक
🌷
शिकायत   कुछ   नहीं   है   ज़िंदगी  से,
मिला  जितना  मुझे   हूँ  ख़ुश  उसी से।
🌷
ज़रूरत     और     मजबूरी    जहां   में,
करा  लेती   है   सब   कुछ  आदमी से।
🌷
असर जो कर न पाए ज़ह्र-ओ-दिल पर,
नहीं  कुछ   फ़ायदा   उस    शायरी  से।
🌷
उसे   अफसोस   है   अपने   किए  पर,
पता  चलता   है  आँखों  की   नमी  से।
🌷
न   छोड़ेगा   जो   उम्मीदों   का  दामन,
वो  होगा  आशना  इक  दिन  ख़ुशी से।
🌷
यक़ीं   है   जीत    ही   लेंगे   दिलों  को,
करेंगे    गुफ़्तगू     जब     सादगी    से।
🌷
'विवेक'  उनको  मुक़द्दर   से   गिला  है,
हुए   नाकाम    जो   अपनी   कमी  से।
 🌷                                                                                      --ओंकार सिंह विवेक(सर्वाधिकार सुरक्षित)   

6 comments:

  1. नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार 04 अप्रैल 2022 ) को 'यही कमीं रही मुझ में' (चर्चा अंक 4390 ) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:01 AM के बाद आपकी प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।

    चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।

    यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।

    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    #रवीन्द्र_सिंह_यादव

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    Replies
    1. हार्दिक आभार यादव जी

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  2. बहुत ही सुंदर।
    सादर

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    Replies
    1. हार्दिक आभार आपका🙏🙏

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  3. प्रेरक विचार !
    शानदार ग़ज़ल सार्थक उम्दा हर शेर लाजवाब ‌

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    Replies
    1. बेहद शुक्रिया🙏🙏🌷🌷

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