July 15, 2021

स्मृतिशेष अटल जी की जयंती पर

अगर अटल जी को एक नए भारत की परिकल्पना करने वाले श्रेष्ठ राजनीतिज्ञ की संज्ञा दी जाए तो ग़लत नहीं होगा। अटल जी को उनकी जन्म तिथि पर याद करते हुए आँखें नम हो जाती हैं।भारतीय राजनीति में शुचिता और आदर्शों के नए मानदंड आपने स्थापित किए। विरोधी भी आपके व्यवहार से सदैव गद-गद रहते थे।आज के नेता जिस तरह एक दूसरे की टाँग खींचने में लगे रहते हैं, उनको स्मृतिशेष अटल जी के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेनी चाहिए। निःसंदेह अटल जी की भाषण शैली ग़ज़ब की थी।उनके भाषणों के मुरीद उनके विरोधी भी थे। लंबे pause लेकर बोलना उनका जैसे स्टाइल ही बन गया था।संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देने वाले अटल जी पहले राजनेता थे। अटल जी ने गठबंधन की राजनीति करते हुए भी कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।आपके निर्देशन में चल रही एन डी ए सरकार ने पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण करके दुनिया को भारत की शक्ति का एहसास कराया था।
आज उनकी जन्म तिथि के अवसर पर उन्हें शत-शत नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित है🌹🌹🙏🙏

अटल जी की जयंती पर उनकी स्मृति में कहे गए कुछ दोहे
*********************************************
             ---©️  ओंकार सिंह विवेक
🌷
 नैतिक  मूल्यों  का किया ,सदा मान-सम्मान।
 दिया अटल जी ने नहीं ,ओछा कभी बयान।।
🌷
 विश्व मंच  पर  शान  से , अपना  सीना  तान।
 अटल बिहारी ने  किया, हिंदी  का यशगान।।
🌷
 राजनीति  के  मंच  पर , छोड़ अनोखी  छाप।
 सब के दिल में बस गए,अटल बिहारी आप।।
🌷
 चलकर पथ पर सत्य के,किया जगत में नाम।
 अटल बिहारी आपको,शत-शत बार प्रणाम।।                           ।।
🌷
              ------©️  ओंकार सिंह विवेक


No comments:

Post a Comment

Featured Post

सामाजिक सरोकारों की शायरी

कवि/शायर अपने आसपास जो देखता और महसूस करता है उसे ही अपने चिंतन की उड़ान और शिल्प कौशल के माध्यम से कविता या शायरी में ढालकर प्र...