अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला
शक्ति के सम्मान में कुछ दोहे
*******************************
-----ओंकार सिंह विवेक
🌷
केवल घर के काम में,रत रहना दिन-रात,
अब महिलाओं के लिए, हुई पुरानी बात।
🌷
आज विश्व में नारियाँ, करके दुर्लभ काम,
धरती से आकाश तक, कमा रही हैं नाम।
🌷
दफ़्तर में भी धाक है , घर में भी है राज,
नारी नर से कम नहीं,किसी बात में आज।
🌷
जिस घर में होता नहीं , नारी का सम्मान,
उस घर की होती नहीं,ख़ुशियों से पहचान।
🌷
----ओंकार सिंह विवेक
उम्दा ग़ज़ल।
ReplyDelete