March 22, 2021

विराट कवि सम्मेलन और साहित्यकार सम्मान समारोह

विराट कवि सम्मेल व साहित्यकार सम्मान समारोह
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दिनाँक 20 व 21 मार्च,2021 को के0 बी0 हिंदी सेवा न्यास(पंजीकृत) बिसौली ज़िला बदायूँ(उ0प्र0)-भारत के षष्टम अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह में रामपुर के वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय शिवकुमार शर्मा चंदन जी के साथ सहभागिता करने का अवसर प्राप्त हुआ।
 कार्यक्रम बहुत ही अनुशासनबद्ध रूप से दो चरणों में सम्पन्न हुआ।
 प्रथम चरण में दिनाँक 20 मार्च,2021 को रात्रि में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश के कई प्रांतों के कवियों सहित पड़ोसी देश नेपाल के दो वरिष्ठ साहित्यकारों के साथ काव्य पाठ का अनुभव अविस्मरणीय रहा। कार्यक्रम के दूसरे चरण में दिनाँक 21 मार्च,2021 को 148 साहित्यकारों को साहित्य की विभिन्न विधाओं में साहित्य सृजन करने हेतु सम्मानित किया गया।इस अवसर पर मुझ अकिंचन को भी  ग़ज़ल विधा में सृजन के लिए "जिगर मुरादाबादी स्मृति सम्मान" से सम्मानित किया गया।
 कुछ प्रांतों में पुनः कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण कई आमंत्रित साहित्यकार समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाए।फिर भी पर्याप्त संख्या में आमंत्रित साहित्यकार इस सफल कार्यक्रम के साक्षी बने।
 विभिन्न प्रांतों के साहित्य मनीषियों सहित पड़ोसी देश नेपाल  से पधारे मूर्धन्य साहित्यकारों सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार/ग़ज़ल समालोचक डॉक्टर घनश्याम परिश्रमी जी तथा नेपाली साहित्य की विधाओं चारु, राग व विराग के प्रणेता आदरणीय प्रोफेसर देवी पंथी जी (त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू) से मिलना एक बहुत ही सुखद अनुभव रहा।
 मैं विदेशी मेहमानों द्वारा विशुद्ध हिंदी में दिए गए सारगर्भित वक्तव्यों से बहुत प्रभावित हुआ।उन दोनों महानुभावों का अपनी मातृभाषा नेपाली के साथ हिंदी भाषा में साहित्य सृजन के प्रति अनुराग देखकर ह्रदय गदगद हो गया।विदेशी मेहमानों की मेज़बानी करते बहजोई के युवा साहित्यकार भाई दीपक गोस्वामी चिराग़ की सक्रियता और विनम्रता ने भी बहुत प्रभावित किया।
 इस प्रकार के साहित्यिक अनुष्ठान रचनाधर्मियों के लिए निश्चित रूप से ऊर्जा और उत्साह प्रदान करने का कार्य करते हैं। अतः सब के सहयोग से इस प्रकार के आयोजनों को निरंतर गति मिलती रहनी चाहिए।
         ----ओंकार सिंह विवेक,ग़ज़लकार
                संपर्क 9897214710
         
       
 

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