February 27, 2021

"अभिनंदन ऋतुराज" - संगीत के बहाने

जीवन में संगीत के महत्व को लेकर अक्सर शोध होते रहे हैं।अनेक बार पुस्तकों और अखबारों में पढ़ा है कि सृजनात्मक संगीत को सुनकर  अमुक व्यक्ति का असाध्य रोग जाता रहा।लोग जब काम के बोझ से मानसिक थकावट महसूस करते हैं तो कुछ देर अपनी पसंद के गीत और संगीत को सुनकर फिर से तरोताज़ा महसूस करने लगते हैं। कहा जाता है कि सृष्टि और प्रकृति की हर चीज़ में एक लय विद्यमान है, जो हम सब महसूस भी करते हैं।हमारा हंसना-रोना या नदी और झरनों का बहना सभी में एक लय और रवानी मौजूद है। मनपसंद संगीत या गायन सुनकर मानव के जीवन में एक नई ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार हो जाता है।

अभी हाल ही में मुझे आकाशवाणी रामपुर(उ0प्र0) की ओर से आयोजित  "अभिनंदन ऋतुराज वसंत" संगीत संध्या में आमन्त्रण पर जाने का अवसर मिला तो अनायास ही वहाँ संगीत का आनंद लेने के पश्चात व्यक्ति के जीवन में संगीत की महत्ता को लेकर कुछ  लिखने की सूझी सो इसी बहाने मैंने आप लोगों से बातचीत का अवसर  तलाश  लिया।उस बहुत ही सफल कार्यक्रम की कुछ यादें आप लोगों के साथ साझा कर रहा हूँ।
दिनाँक  25-02-21 को आकाशवाणी रामपुर द्वारा आयोजित संगीत संध्या 'अभिनंदन ऋतुराज' में एक श्रोता के रूप में उपस्थित होना मेरे लिए एक सुखद अनुभूति से कम नहीं रहा।
दीप प्रज्जवलन के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ संगीत कलाकार रुचि शुक्ला की सरस्वती वंदना के साथ हुआ।तत्पश्चात सुविख्यात शास्त्रीय गायक श्री अवधेश गोस्वामी ने राग वसंत पर आधारित उप-शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी।रामपुर-सहसवान घराने के सितारवादक जनाब मुज्तबा हुसैन ने सितार पर राग वसंत के तार छेड़े।नैना कपूर और साथियों ने रति और कामदेव की प्रणय गाथा को भाव नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया।आकाशवाणी और दूरदर्शन की प्रख्यात कलाकार श्रीमती शुभा चटर्जी के गीत और भजन की प्रस्तुति को सभी ने सराहा।संगीत संध्या में मोरिस मैसी ने तबले पर,जोगिंदर कुमार ने सिंथेसाइज़र पर और विनीता जोशी ने तानपूरे पर संगत की।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण खटीमा से आये आदिवासी जनजाति थारू के लोक कलाकारों की प्रस्तुति रही।शिक्षा राणा और साथियों द्वारा आदिवासी संस्कृति की बहुत ही जीवंत झलक मंच पर प्रस्तुत की गई जिसको सभी ने बहुत  सराहा।
देर रात तक इस शानदार संगीत कार्यक्रम का रसिक श्रोताओं ने आनंद लिया।आकाशवाणी रामपुर को इस सुंदर और सफल कार्यक्रम के आयोजन पर हार्दिक बधाई!!!!
     ----ओंकार सिंह विवेक

4 comments:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (28-02-2021) को    "महक रहा खिलता उपवन"  (चर्चा अंक-3991)     पर भी होगी। 
    -- 
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। 
    --  
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ-    
    --
    सादर...! 
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
    --

    ReplyDelete
  2. बहुत बढ़िया। आपको बहुत बधाई।

    ReplyDelete

Featured Post

मज़दूर दिवस

आज मज़दूर दिवस है। प्रतीकात्मक रुप से इस दिन दीन-हीन को लेकर ख़ूब वार्ताएं और गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी। श्रम  क़ानूनों पर व्याख्यान होंगे।...