संयुक्त राष्ट्रसंघ में हिंदी में अपना भाषण देकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर हिंदी का लोहा मनवाया।श्री बाजपेई जी राजनेता होने के साथ ही मानवीय मूल्यों के पोषक,प्रखर वक्ता और संवेदनाओं से लबरेज़ कवि भी थे।
उनकी स्मृति को शत शत नमन🙏🙏!!!!!
------ओंकार सिंह विवेक
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (19-08-2020) को "हिन्दी में भावहीन अंग्रेजी शब्द" (चर्चा अंक-3798) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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अटल जी को नमन।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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बाजपेई जी को सादर नमन ।
ReplyDeleteएक मानवीय मूल्यों से सुशोभित शानदार शख्सियत।
सुंदर सृजन।
आदरणीय वाजपेई साहब जी को सादर शत-शत नमन
ReplyDeleteजी आभार🙏
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