August 18, 2020

अटल बिहारी बाजपेयी जी

भारत में जब जब राजनीति के मंच पर  नैतिकता और शुचिता की बात होगी तो सदैव श्री अटल जी का नाम ही सबकी ज़ुबान पर आएगा।श्री बीजपेेई जी ही एक मात्र ऐसे नेेता थे जिनकी राय को उनका विरोध करने वाले भी मानने को विवश हो जाया करते थे।यह उनकी वाकपटुता और व्यवहार कुुुशलता का ही कमाल था।
संयुक्त राष्ट्रसंघ में हिंदी में अपना भाषण देकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर हिंदी का लोहा मनवाया।श्री बाजपेई जी राजनेता होने के साथ ही मानवीय मूल्यों के पोषक,प्रखर वक्ता और संवेदनाओं से लबरेज़ कवि भी थे।
उनकी स्मृति को शत शत नमन🙏🙏!!!!!
        ------ओंकार सिंह विवेक

4 comments:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (19-08-2020) को    "हिन्दी में भावहीन अंग्रेजी शब्द"  (चर्चा अंक-3798)     पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --  
    अटल जी को नमन।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'  
    --

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  2. बाजपेई जी को सादर नमन ।
    एक मानवीय मूल्यों से सुशोभित शानदार शख्सियत।
    सुंदर सृजन।

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  3. आदरणीय वाजपेई साहब जी को सादर शत-शत नमन

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