January 21, 2023

सीoएo (चार्टर्ड अकाउंटेंट) : चार चरणों की एक कठिन परीक्षा

प्रणाम मित्रो 🌹🌹🙏🙏

10 जनवरी,2023 को हमारी छोटी पुत्री आस्था सैनी का सीoएo फाइनल का परिणाम घोषित हुआ।आप सब के आशीर्वाद से वह अब चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गई है। पिछले कई वर्षों से मैंने उसको इस कठिन परीक्षा की तैयारी या यों कहूं कि साधना करते हुए देखा है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।उसके धैर्य,लगन, एकाग्रता और कठोर परिश्रम को देखते हुए मेरा सीoएo जैसी कठिन परीक्षा के बारे में थोड़ा विस्तार से कुछ लिखने का मन हुआ। जो बच्चे इस क्षेत्र में जाना चाहते हैं उन्हें भी इस पोस्ट से कुछ मूलभूत जानकारी मिल जाएगी।

चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षा भारत में आयोजित की जाने वाली दस सबसे कठिन परीक्षाओं(UPSC, IIT-JEE,NEET,GATE NDA - - - etc) में से एक है। इसे पास करने के बाद बच्चों के सामने शानदार कैरियर निर्माण के कई द्वार खुलते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने में कम से कम साढ़े चार वर्ष का समय तो लगता ही लगता है।सभी ग्रुप्स एक साथ क्लियर न हो पाएँ तो अधिक समय भी लग जाता है।

Chartered Accountants परीक्षा के 4 चरण होते हैं।
1. फाउंडेशन स्टेज जिसे पहले सी पी टी कहा जाता था
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इंटरमीडिएट पास करने के उपरांत चार से पांच माह की तैयारी के उपरांत इस परीक्षा में बैठा जा सकता है। इसमें बैठने के लिए पहले ICAI (Institute of chartered accountants of India),जो एक वैधानिक संस्था है, में पंजीकरण कराकर आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं। यह परीक्षा साल में दो बार मई/जून और नवंबर/दिसंबर में आयोजित की जाती है। फाउंडेशन परीक्षा में चार पेपर होते हैं जिनमें पहले दो सब्जेक्टिव तथा अंतिम दो ऑब्जेक्टिव अर्थात वस्तुनिष्ठ होते हैं।प्रत्येक पेपर में पास होने के लिए 100 में से चालीस अंक और एग्रीगेट 400 में से 200 अंक प्राप्त करने अनिवार्य होते हैं।

2. इंटरमीडिएट स्टेज
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इस परीक्षा में बैठने के लिए फिर से ICAI में शुल्क सहित  आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होती है।स्नातक पास बच्चे बिना foundation परीक्षा पास किए सीधे इस लेवल से प्रवेश कर सकते हैं। लगभग 9 माह की तैयारी के बाद इस परीक्षा में बैठा जा सकता है। फाउंडेशन स्तर के बाद यहां से रास्ता अपेक्षाकृत कठिन होता जाता है अत: बच्चों को अच्छी कोचिंग की आवश्यकता पड़ती है। foundation परीक्षा की ही तरह यह परीक्षा भी प्रत्येक वर्ष दो बार भारत  तथा विदेश के कई केंद्रों पर आयोजित कराई जाती है। सीoएo इंटरमीडिएट परीक्षा के दो ग्रुप्स होते हैं।प्रत्येक ग्रुप में चार पेपर अर्थात दोनों ग्रुप्स में कुल आठ पेपर्स क्लियर करने होते हैं।पास होने के लिए प्रत्येक पेपर में 100 में से चालीस नंबर तथा ग्रुप में एग्रीगेट 50 प्रतिशत नंबर लाने आवश्यक होते हैं।कुछ बच्चे एक ही बार में दोनों ग्रुप्स क्लियर कर लेते हैं।चूंकि यह बहुत कठिन परीक्षा होती है अत: अपने caliber  के हिसाब से कुछ बच्चे बारी-बारी से प्रत्येक ग्रुप की तैयारी करके परीक्षा में बैठते हैं।

3.तीन साल की आर्टिकलशिप ट्रेनिंग
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इंटरमीडिएट के दोनों ग्रुप्स क्लियर करने के बाद बच्चों को लगभग तीन साल किसी प्रतिष्ठित पंजीकृत सीoएo फर्म में Mandatory training/आर्टिकलशिप करनी होती है।
इस चरण में एक साल की आर्टिकलशिप पूरी करने के उपरांत चार हफ़्ते का इंफॉर्मेशन टैकनोलॉजी एंड सॉफ्ट स्किल्स(ICITSS) का इंटीग्रेटेड कोर्स करना होता है।
सीoएo का आर्टिकलशिप चरण बहुत महत्वपूर्ण होता है।इसमें विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल एक्सपोजर, जी एस टी, टैक्सेशन,ऑडिट तथा अन्य बहुत सी संगत चीज़ों का
ऑन द स्पॉट ज्ञान और प्रशिक्षण प्राप्त होता है।बच्चों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है और साथ-साथ अगले चरण की परीक्षा के लिए कोचिंग भी करनी पड़ती है जो एक साधना से कम नहीं होती।

4. अंतिम चरण सी0ए0 फाइनल परीक्षा
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यह परीक्षा भी इंस्टीट्यूट द्वारा प्रति वर्ष दो बार मई/जून तथा नवंबर/दिसंबर में आयोजित की जाती है।इसमें भी इंटरमीडिएट चरण की तरह ही दो ग्रुप्स और आठ पेपर्स होते हैं।दोनों ग्रुप्स एक साथ या अलग-अलग पास किए जा सकते हैं। प्रत्येक पेपर में चालीस प्रतिशत तथा ग्रुप के सभी पेपर्स में एग्रीगेट पचास प्रतिशत अंक प्राप्त करने ज़रूरी होते हैं।
प्रतिवर्ष आमतौर पर फाइनल का रिजल्ट 5 से 10 प्रतिशत के मध्य रहता है इसीलिए फाइनल परीक्षा को सीoएo का सबसे मुश्किल चरण माना जाता है।
इस पूरे विवरण से स्पष्ट होता है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए बहुत कठिन परीक्षाओं के दौर से गुज़रना पड़ता है।परंतु जिन बच्चों में जज़्बा और जुनून होता है वे नियमित कठिन परिश्रम से चार्टर्ड अकाउंटेंट  बनने का सपना पूरा कर ही लेते हैं। 
सीoएo बनने के बाद बच्चों के सामने स्वतंत्र प्रैक्टिस और सरकारी या प्राइवेट जॉब्स दोनों के ही द्वार खुलते हैं जिनमें से वे अपनी रुचि के अनुसार उचित चुनाव करते हैं।नि:संदेह इस प्रोफेशन में पर्याप्त reputation, job satisfaction और money है।

विशेष** सेंट्रल इंडिया रीजनल कौंसिल ऑफ आई सी ए आई ( CIRC-ICAI ) की मुरादाबाद(उत्तर प्रदेश) शाखा द्वारा मुरादाबाद मंडल में सीoएo फाइनल परीक्षा पास करने वाले बच्चों को अपने केंद्र पर बुलाकर प्रोत्साहन स्वरूप प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर के कुछ छाया चित्र साथ संलग्न हैं जिसमें एक चित्र पुत्री आस्था का भी है जिसमें वह मंच से अपनी सीoएo बनने की यात्रा के अनुभव साझा कर रही है।निश्चित तौर पर हमारे परिवार के लिए ये गौरव के क्षण हैं।
आस्था को भविष्य हेतु आपके आशीर्वाद की अपेक्षा है।





प्रस्तुतकर्ता:ओंकार सिंह विवेक
(साहित्यकार,समीक्षक,स्वतंत्र विचारक,कंटेंट राइटर तथा ब्लॉगर)



8 comments:

  1. Bahut sundar jankari.shubhasheesh

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  2. उत्तम जानकारी, बिटिया को बधाई

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  3. Mashallah, chashm e bad door Allah aur kamyabiyan ata farmayay. Bohat Bohat Mubarak ho.

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    1. हार्दिक आभार आदरणीय।

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  4. Bahut achchhi janakari

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