July 11, 2022

सुखनवरी

दोस्तो प्रणाम🙏🙏🌹🌹

अपनी तमाम पिछली ब्लॉग पोस्ट्स में मैं तरही ग़ज़ल/तरही नशिस्त/तरही मुशायरा आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करता रहा हूं।इस पर अब और अधिक चर्चा न करते हुए आज सीधे-सीधे बिना किसी भूमिका के अपनी एक तरही ग़ज़ल आप सब के साथ साझा कर रहा हूं।आशा है आप प्रतिक्रियाओं से अवश्य ही अवगत कराएंगे ---

मिसरा-ए-तरह : वो चला तो गया याद आया बहुत
फ़ाइलुन   फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन

ग़ज़ल-- ©️ओंकार सिंह विवेक
मोबाइल 9897214710
©️
फ़िक्र  के  पंछियों   को   उड़ाया  बहुत,
उसने  अपने सुख़न को सजाया बहुत।

हौसले   में   न   आई   ज़रा   भी  कमी,
मुश्किलों   ने   हमें   आज़माया   बहुत।

उसने रिश्तों का रक्खा नहीं कुछ भरम,
हमने अपनी  तरफ़  से  निभाया बहुत।
©️
लौ  दिये   ने  मुसलसल   सँभाले  रखी,
आँधियों   ने   अगरचे    डराया   बहुत।

हुस्न   कैसे   निखरता   नहीं   रात  का,
चाँद- तारों  ने  उसको  सजाया  बहुत।

मिट   गई   तीरगी   सारी  तनहाई   की,
उनकी  यादों से दिल जगमगाया बहुत।

शख़्सियत उसकी क्या हम बताएँ तुम्हें,
"वो चला  तो  गया  याद  आया  बहुत।"
               --- ©️ओंकार सिंह विवेक

फ़िक्र--चिंतन
सुख़न-- काव्य,कविता,शायरी
मुसलसल--निरंतर, लगातार
अगरचे--यद्यपि,हालाँकि
तीरगी-- अंधकार, अँधेरा

कृपया नीचे मेरा सृजन पर क्लिक करके सृजनात्मक साहित्य का रसास्वादन करें ।सब्सक्राइब करने का अनुरोध है 🙏🙏

मेरा सृजन










20 comments:

  1. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (12-7-22) को सोशल मीडिया की रेशमी अंधियारे पक्ष वाली सुरंग" (चर्चा अंक 4488) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
    ------------
    कामिनी सिन्हा

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    Replies
    1. आदरणीया हार्दिक आभार। ज़रूर हाज़िर रहूंगा !!!!!!!

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  2. बहुत ही खूबसूरत ग़ज़ल...👍👍👍

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    Replies
    1. हार्दिक आभार आपका 🌹🌹🙏🙏

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  3. हौसले में न आई ज़रा भी कमी,
    मुश्किलों ने हमें आज़माया बहुत।
    waah bahut khoob !!

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  4. हौसले में न आई ज़रा भी कमी,
    मुश्किलों ने हमें आज़माया बहुत।

    वाह!! बेहतरीन शायरी

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    Replies
    1. जी शुक्रिया आपका 🙏🙏

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  5. उम्दा भाव लिए सुंदर ग़ज़ल।

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  6. उम्दा भाव लिए सुंदर सृजन।

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    Replies
    1. बेहद शुक्रिया आपका

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  7. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 13 जुलाई 2022 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
    अथ स्वागतम शुभ स्वागतम।
    >>>>>>><<<<<<<
    पुन: भेंट होगी...

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    Replies
    1. हार्दिक आभार आपका,ज़रूर उपस्थित रहूंगा।

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  8. बहुत ही सुंदर सराहनीय।
    हार्दिक बधाई।
    सादर

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    Replies
    1. हार्दिक बधाई आदरणीया

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  9. जगमगाते रहें अल्फ़ाज़ ।
    अभिनंदन ।

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