November 2, 2021

शुभ दीपावली

दोहे--शुभ दीपावली : धनवर्षा : अमृत वर्षा
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      -- ©️ ओंकार सिंह विवेक
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हो जाए  हर  गेह  में , लक्ष्मी  जी  का  वास।
कहलाए इस बार की, धनतेरस कुछ ख़ास।।

खील-बताशे-फुलझड़ी  , दीपों  सजी  क़तार।
मिलती इनको देखकर,मन को ख़ुशी अपार।।

दीवाली   के   दीप  हों ,  या   होली  के  रंग।
इनका आकर्षण तभी ,जब हों प्रियतम संग।।
©️
हो  जाये   संसार  में ,   निर्धन  भी  धनवान।
लक्ष्मी  माता दीजिए  , कुछ  ऐसा   वरदान।।

हो  जाये    संसार  में ,  अँधियारे   की   हार।
कर  दे  यह  दीपावली,  उजियारा  हर द्वार।।

निर्धन को  देें वस्त्र-धन , खील  और  मिष्ठान।
उसके मुख पर भी सजे , दीपों  सी मुस्कान।।                  -
 ©️ ----ओंकार सिंह विवेक
                                            
चित्र--गूगल से साभार

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