शुभ संध्या मित्रो🙏🙏
हम सब बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी को संविधान निर्माण में किए गए उनके योगदान के लिए के लिए ही ज़ियादा जानते हैं।
परन्तु बाबा साहब ने देश और समाज के विकास के लिए और भी बहुत से उल्लेखनीय कार्य किए थे जिनके बारे में भी जानना जरूरी है। इस दिशा में अब शासन तथा प्रशासन की ओर से प्रयास किए भी जा रहे हैं जो एक अच्छा क़दम है।
कल रेलवे के मनोरंजन सदन मुरादाबाद-उ0प्र0 में उत्तर रेलवे प्रशासन द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर उनकी स्मृतियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने हेतु एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में उत्तर रेलवे मुरादाबाद के मंडल प्रबंधक महोदय ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहकर बाबा साहब के व्यक्तित्व और कृतित्त्व को लेकर विस्तार से अपने विचार रखे।मण्डल प्रबंधक ने बाबा साहब द्वारा किए गए सामाजिक सुधार और विकास के कार्यों को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण बातें आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों के साथ साझा कीं।अन्य वक्ताओं ने भी बाबा साहब के कार्यों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।इस अवसर पर एक कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसमें निम्न कवियों द्वारा काव्य पाठ किया गया --
श्री उदय अस्त उदय,मुरादाबाद
श्री वीरेंद्र सिंह ब्रजवासी,मुरादाबाद
श्री विकास मुरादाबादी
श्री ओंकार सिंह विवेक,रामपुर
मेरे द्वारा इस अवसर पर बाबा साहब को श्रद्धांजलि स्वरूप प्रस्तुत किए गए दो दोहे --
संविधान निर्माण का,किया श्रेष्ठतम काम,
बाबा साहब आपको,बारंबार प्रणाम।
जागे सबकी चेतना,रखें सभी यह ध्यान,
संविधान का हों नहीं,किंचित भी अपमान।
---ओंकार सिंह विवेक
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
इस सफल आयोजन में रेलवे मंडल प्रबंधक द्वारा कवियों को जलपान के बाद स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर मैंने रेलवे मंडल प्रबंधक महोदय को अपने प्रथम ग़ज़ल संकलन "दर्द का अहसास" की प्रति भी भेंट की। कार्यक्रम बहुत ही सफल रहा।मुझे कार्यक्रम का हिस्सा बनाने के लिए वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय उदय अस्त उदय जी का अत्यधिक आभार प्रकट करता हूँ।
No comments:
Post a Comment