January 6, 2021

नया साल होगा

ग़ज़ल (नया साल:एक कामना)
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             -----ओंकार सिंह विवेक
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गए    साल   जैसा    नहीं   हाल   होगा,
है   उम्मीद   अच्छा   नया  साल   होगा।
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बढ़ेगी   न   केवल  अमीरों   की  दौलत,
ग़रीबों  के   हिस्से  भी  कुछ माल होगा।
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रहेगा    सजा    आशियाँ    रौशनी   का,
घरौंदा    अँधेरे     का    पामाल    होगा।
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जगत   में  सभी   और   देशों  से  ऊँचा,
सखे ! हिंद  का   ही  सदा  भाल  होगा।
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न   होगा   फ़क़त   फाइलों-काग़ज़ों  में,
हक़ीक़त  में  भी  मुल्क ख़ुशहाल होगा।
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                    ------ओंकार सिंह विवेक

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