चंद अशआर---
शिकायत कुछ नहीं है ज़िन्दगी से,
मिला जितना मुझे हूँ ख़ुश उसी से।
ज़रा कीजे अँधेरों से लड़ाई,
तभी होगा तआरुफ़ रौशनी से।
न छोड़ेगा जो उम्मीदों का दामन,
वो होगा आशना इक दिन ख़ुशी से।
रखें उजला सदा किरदार अपना,
सबक़ लेंगे ये बच्चे आप ही से।
उसे अफ़सोस है अपने किए पर,
पता चलता है आँखों की नमी से।
-------ओंकार सिंह विवेक
रामपुर-उ0प्र0
मोबाइल 9897214710
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
शीघ्र प्रकाशित होने वाले ग़ज़ल संग्रह"अहसास"से
शिकायत कुछ नहीं है ज़िन्दगी से,
मिला जितना मुझे हूँ ख़ुश उसी से।
ज़रा कीजे अँधेरों से लड़ाई,
तभी होगा तआरुफ़ रौशनी से।
न छोड़ेगा जो उम्मीदों का दामन,
वो होगा आशना इक दिन ख़ुशी से।
रखें उजला सदा किरदार अपना,
सबक़ लेंगे ये बच्चे आप ही से।
उसे अफ़सोस है अपने किए पर,
पता चलता है आँखों की नमी से।
-------ओंकार सिंह विवेक
रामपुर-उ0प्र0
मोबाइल 9897214710
(सर्वाधिकार सुरक्षित)
शीघ्र प्रकाशित होने वाले ग़ज़ल संग्रह"अहसास"से
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